भगवान की मूर्ति को देखकर मन में अचानक से बुरे या सेक्सुअल विचार आना या भगवान को गाली देना | भगवान से डर लगना | Religious OCD
क्या आपको भगवान कि मूर्ति को देखकर उसके प्रति बुरे विचार अतें हैं? क्या आपको प्राथना करते समय या धार्मिक किताबो को पड़ते समय अचानक से बुरे विचार, सेक्सुअल विचार या मन से गाली निकल जाती है? आपके ना चाहते हुए भी। तो ये एक बीमारी का लक्षण है, जिसका नाम है OCD-
रिलीजियस OCD क्या है?
दोस्तों यूं तो OCD के कई रूप होते है, इनके कई रूपो में से ocd का ये भी एक रूप यानी टाइप ऑफ ocd है।दोस्तों इसमें व्यक्ति को भगवान की मूर्ति से डर लगने लगता है, पीड़ित व्यक्ति भगवान की मूर्तियो से बचता फिरता है उसे ये डर बना रहता है कि कहीं में भगवान की मूर्ति को नुकसान ना पहुंचा दूं, तोड़ ना दूं, यहां तक कि कुछ लोगों को ऐसा लगता है कि कहीं में मूर्ति पर पिसाब यानी टॉयलेट ना कर दू। ऐसे ऐसे कई अजीबोगरीब विचार पीड़ित व्यक्ति को अक्सर सताते रहते हैं। कई बार जब ये प्राथना करतें हैं तो बीच बीच में अचानक से इनके मन में भगवान को लेके गलत विचार आ जाएं हैं, जब भी ये कोई धार्मिक पुस्तक पढ़ते हैं तो इनके मन में अचानक से कोई गलत विचार या गाली निकाल जाती है, और ये सब इनके ना चाहते हुए होता है। इसी कारण व्यक्ति अपने मन में ही खुद को बुरा और पापी मान लेते हैं, जिसके चलते व्यक्ति बार-बार माफी भी मांगता रहता है या धार्मिक क्रिया कलापों से बचता फिरता है। वास्तव में ये बहुत ही अच्छे लोग होते हैं पर इनके साथ ये जो कुछ भी हो रहा होता है ये इनकी बीमारी के चलते हो रहा होता है।
रिलीजियस OCD से मंसिक पीड़ा-
दोस्तों रिलीजियस ocd के चलते इंसान को बहुत अधिक मानसिक पीड़ा से गुजरना पड़ता है, आप सोचकर देखिए आप जिनको अपना आदर्श मानते हैं, आप जिनके खिलाफ एक शब्द भी नहीं सुन सकतें है आपका ही मन आपके उसी आदरणीय व्यक्ति या भगवान के बारे में बार-बार बुरे शब्द बोलता है। दोस्तों इस बीमारी के चलते इंसान को खुद में ही अत्यंत शर्मिंदगी का सामना करना पड़ता है। व्यक्ति खुद को बुरा मानने लगता है, और व्यक्ति डर के शाय में आ जाता है। उसका अच्छा खासा जीवन नरक बन जाता है। ये हर धार्मिक समारोह से बचते फिरते हैं, ये लोगो से अपनी समस्या के बारे में बता भी नहीं पाते है, और मन में ही घुते राहतें हैं। इसके चलते व्यक्ति कई बार खुद को अलग-थलग कर लेता है। इसके चलते व्यक्ति कई बार डिप्रेशन में भी चले जाते हैं। कुछ लोगों की समस्या तो इस हद तक बढ़ जाती है कि ये अपने आपको सजा पहुंचने के लिए खुद को ही शारीरिक चोट पहुंचाने लगते है।God knows everything |
भगवान या गुरु से अभिश्राप का डर-
दोस्तों वास्तव में इस समस्या कि जड़ ही यही पर है, दोस्तों इस समस्या में इंसान को जो नहीं करना चाहिए। उसका मन बार-बार वहीं करता या कहता है, जैसे मानलो आप कहीं तीर्थ स्थल पर गए हो और आपको बताया गया है कि यहां पर अगर आप भगवान को या किसी और के बारे में मन में ही बुरा शोचलो तो भगवान आपको तुरंत सजा दे देतें हैं, अब ऐसी परिस्थिति में आपको जिस कम के लिए मना किया जाय था। आपका मन बार-बार वही करता है, आपके मन में बार-बार बुरे या सेक्सुअल विचार आने लगती हैं, मन में ही बार-बार बुरे चित्र चलने लगती है, मन से गाली निकल जाती है। अब ऐसे में व्यक्ति बहुत परेशान हो जाता है कि अब भगवान मुझे श्राप देदेंगे मैने ये अपराध कर दिया है। अब मेरे साथ कुछ बुरा होगा। फिर व्यक्ति बार बार भगवान से माफी मांगने लगता है परेशान हो जाता है, और फिर से अचानक उसके मन में बुरा विचार आ जाता है अब ये फिर डर के चलते माफी मांगने लगता है, और यही क्रम चलता रहता है। इसमें इंसान को लगता है कि वह पापी है, बुरा है, उसे नर्क मिलेगा, अब भगवान मुझे सजा देंगें। इसी के चलते ये बहुत ही परेशान होते राहतें है और इन्हें अत्यंत ही मानसिक पीड़ा का सामना करना पड़ता है।रिलीजियस ocd का कारण-
रिलीजियस Ocd मुख्यता मस्तिष्क में केमिकल इंबलांसिंग के कारण होता है। इसका अभी कोई स्पष्ट कारण नहीं पाता चला है, पर कुछ शोधों के अनुसार इस बीमारी के निम्न कारण बताएं गाएं हैं, जैसे- अधिक डिप्रैशन के चलते।
- तनावपूर्ण जीवन घटनाओं के कारण।
- उचित आहार या पोषड तत्वो की कमी के कारण Chemical imbalancing.
- बहुत समय से अकेले रहने या अकेलेपन के कारण।
- अनुवांशिकता (Genetic) के कारण।
- पर्यावरण प्रदूषण और संक्रमण के कारण।
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Bhai aapne bahot hi achha article likha hai...ise bolte hai quality content ! Mai ise apne dosto ke saath jarur share karunga
जवाब देंहटाएंKise bhagwan ki jyoti ko dekh kar us saman ko use nahi krna agar kar liya to dena unke pas jana padega yeh sochna yeh kya ha btaye
हटाएंभाई ये भी एक तरह की ओसीडी ही है। सबसे पहले आपके में मन में ये जो विचार आ रहे है उसे हटाओ। ये केवल आपका भ्रम है वास्तविकता नहीं। ये आपका मनोविकार है बस। तो इसे छोड़ो खुश रहो। ऐसे विचारों में मत उलझो। ऐसे विचारों पर ध्यान ही मत दो ये अपने आप ठीक हो जाएगा।
हटाएंSir muje bhi religious O.c .d hai muje bhut dar lgta hai k kisi k sath bura na ho jay bhagwan ka nam lekar muje bure vichar ate rehte hai plz help me
हटाएंHume bhi yahi samsya isliye mai jaldi mandir me nhi jata.jab kabhi jata hu to man me aise hi galat bhav aate hai hume bahut darr lagta hai. Mai kya karu.
हटाएंतांत्रिक क्रियाओं द्वारा यह सब किया जाता है। यदि किसी पर लंबे समय से कुछ किया जा रहा है तो एक अवस्था बाद ऐसी स्थिति आ जाती है। सिर्फ ईश्वर को लेकर नहीं, किसी भी ऐसे विषय पर जिसके प्रति आपके मन में सद्भावना है।
हटाएंFir isse kaise bche
हटाएंThankyou
जवाब देंहटाएंKya ho gye ap ko
हटाएंhighly appreciated
जवाब देंहटाएंThanks Bhai
जवाब देंहटाएंThis is very useful information.
जवाब देंहटाएंThanks bhai
जवाब देंहटाएंThank you me bahut pareshan thi kbhi mera dimag itna ganda kisi ke prati nhi socha jitna bhagwaan ke prati me koshish krungi ki yeh samashyaa jld khatam ho 🙏🙏🙏
जवाब देंहटाएंMujhe bhi yahi problem h
हटाएंसर, मेरा मन में भी ऐसे Process चलते हैं... में हमेशा ऐ बिचार आना रोक ने कि कोशिश की... लेकिन आज तक रोक नहीं पाया........ ऐ बिचार मुझे बहुत परेशान करके रखा है....... कभी कभी Depression में पर जाता हूँ....
जवाब देंहटाएंभाई आप रोकने कि कोशिश करो ही नहीं, विचार एक बंदर के तरह होता है इसे जितना रोकोगे ये इतना ही और ज्यादा आने लगेंगे। तो इन विचारों को रोको नहीं जो ही रहा है होने दो। भगवान को पता है कि ये आपकी बीमारी है वो सब जनता है। जब इसे रोकना या ध्यान देना छोड़ दोगे तो ये अपने ही आप धीरे धीरे करके पूरी तरह समाप्त हो जाएगा।
हटाएंBhai sahab mughe yhi problem hai
हटाएंThanks sir aapne mera man ka baham nikaal diya bhagbaan sarbopari hai bo kisi ko saja kiyo denge Thank you sit
जवाब देंहटाएंThanks
हटाएंThanku so much sir..mene bhagwan se man hi man me bahot baar maffi mangi he..dar lagta tha ki bhagwan naraj hoke kuch galat kar denge mere sath..par anjane me humse ye galti hoti ye ..man to hamara bahot saaf he..isse chhutkara pane ki koshish jarur krungi..par apke article se muje bahot sahayta mili he..thnku so much..🙏🏼🙏🏼🙏🏼
जवाब देंहटाएंइस बीमारी से मैं बहुत परेसान हूँ सर मुझे मार्गदर्शन दीजिये
हटाएंभाई परेशान होने की जरूरत नहीं है जो हो रहा है होने दो। ईश्वर सर्वज्ञ है उसे ये पता है कि ये आपकी बीमारी है ईश्वर सब जानता है। आपको अपने विचारो पर ध्यान ही नहीं देना है। जब आप अपनी ओसीडी की सुनना छोड़ दोगे तो ये बीमारी अपने आप ही खतम हो जाएगी।
हटाएं9636796630
जवाब देंहटाएंहम से सीधे कांटेक्ट करने के लिए आप हमारे व्हाट्सएप ग्रुप को ज्वाइन कर लीजिए ग्रुप लिंक
हटाएंhttps://chat.whatsapp.com/Hdfcygo7PyVIitiCjNNp9g
सर मैं भी परेशान हूं।ईब बिमारी से
जवाब देंहटाएंपरेशान होने की जरूरत नहीं है जो हो रहा है होने दो। ईश्वर सर्वज्ञ है उसे ये पता है कि ये आपकी बीमारी है ईश्वर सब जानता है। आप अपने विचारो पर ध्यान ही नहीं देना है। जब आप अपनी ओसीडी की सुनना चोड़ दोगे तो ये बीमारी अपने आप ही खतम हो जाएगी।
हटाएंBhai sahb mughe bhi yhi problem hai Mai Kya kru Mai bahut presan hu
हटाएंMujhe lagta tha mere man me bhagwan ke prati bohot bure or gande vichar aate h toh WOH meri prarthna nhi sunenge meri iccha puri nahi karenge
जवाब देंहटाएंBhai aapko pareshan hone ki jarurat hi nahi hai iswar se kuch bhi nahi chupa hai. Ye ek bimari hai. Jo bhi aapke man se iswar ya jinka aap samman karte ho unke prati kuch galat aa jata hai to ane do, uspar dhyan hi mat do. Jab aap dhyan nahi doge to ye dheere dheere apne aap hi thik ho jayega. Apne man men guilt mat feel karo or na hi baar baar mafi mango ye kewal ek bimari hai ye sab aap nahi kar rahe ho.
हटाएंAgar koi samashy ho to bilkul aap Comment kare hum apke sahayta ke liye tayyar hai.
Sir mujhe beghwan ke liye galat mannate aate h bhut bure galt trh ki mannte aate h jise m bhut pressn hu mujhe dar rhta h ki beghwan mujhe kch kr na de mre glt mannaat ko pure na krde mujhe ase mannte aate h ki beghwan mujhe Cancer kr dege to m ye Mannat pure krugi ase glt or bure mannte aate h please please help me
हटाएंThank u so much sir mai is wjh se itni paressan hoti mai pooja path krne se jyada maafi magti aur ek dar rhta kitna paap chadha h itni buri hu...mandir m bhaghwaan k samne khadha nhi rahna chahti thi dar ki wjh se
जवाब देंहटाएंMene mere gharpe aek sap dekha badme me bahot dargaya our. Me. Hamare gharki. Loby me shotatha mere ko lagaki kahi sap aajayega aajaye ga bahot dar lagraha tha our me kalpna karne laga ki aajayega. To. Mene cha cha chachi se yeh baat khi ki kabhi saap gharme ghus sakta he. Our me gharme sone laga baad me sahi me aek baar gharme patla saap ghus gaya kya isme bhagvan ne ye sochkar saap bheja hoga ki ye bahot darta bhagta he ise me dikhata hu ye kya he bhai
जवाब देंहटाएंNahi bhai aisa bilkul bhi nahi hai. Vastav main hota kya hai ki hum jis bare main jada sochte hai har jagah wahi dikhne lagta hai. Agar aap nahi sochte tab bhi us din wahan saap nikalta. Lekin aap is cheez ke bare main kafi samay se soch rahe then isi liye aap ne in dono baton ko relate kar liya. Hamesha bina dare(fear) jivan jio kyonki hota wahi hai jo Iswar chata hai. Kewal hume lagta hai ki humari soch ka asar wastvik jivan par padta hai. Par wastav main hota vahi hai jo Iswar chahta hai.
हटाएंMai bhi iss probleum se bahut zyada effective hu mai bachpan se bahut puja paath karta hu.. Bhagwan ka sacha bhakt hu mere saath ye probleum bahut zyada hai khas ka puja prarthana ke samay gali aur ganda baat khud ba khud non stop aane lagta hai.. Mai pichle 4 saal se suru hue ye samasaya se nikal nhi paa raha.. Aur apne krishna ji shiv je ko chor kar jee nhi sakta... Maine apne puja prarthana se kitno ki jaan bachai hai aur kitne asadhya kaam ko kiya hai... Mere prabhu meri baat nhi talte kabhi Unse bhi bahut baar bola... Mai thik bhi ho jaata hun.... Phir waisa he hone lagta hai jaise koi mere dimaag ko control kar raha hai.. Mind mei vibration hone lagta hai... Aur wahi hota hai jaisa aap ne upar kaha.. Aaj mujhe pata chala ki ye bhi koi bimari hai... Meri wife bhi paresan rehte hai.. Mai usse roz ye sab bolta hu... Aapka solution bhi sahi hai... Par aisa ho nhi paa raha.. Roz puja paath karna hai mandir jana hai... Kahi na kahi bhagwan se samna ho her jata hai... Dara rehta hu... Inn sab baton se ladne mei he din nikal jata hai.. Akela ho gaya hu... Sochta hu koi mera pehle wala bhakti bhao lauta de...
हटाएंभाई परेशान होने की जरूरत नहीं है जो हो रहा है होने दो। ईश्वर सर्वज्ञ है। वो आपसे संडे ज्यादा प्यार करता है। उसे ये पता है कि ये आपकी बीमारी है ईश्वर सब जानता है।आपको अपने विचारो पर ध्यान ही नहीं देना है। जब आप अपनी ओसीडी की सुनना चोड़ दोगे तो ये बीमारी अपने आप ही खतम हो जाती है।
हटाएंBhai ese or subject s he...Un par koi article nahi aate...U done a great job...Sabko jarurat he ese article ki🤝
जवाब देंहटाएंIss bimari se kese bache koi upaye.
जवाब देंहटाएंहां भाई परेशान होने की जरूरत नहीं है जो हो रहा है होने दो। ईश्वर सर्वज्ञ है। वो आपसे संडे ज्यादा प्यार करता है। उसे ये पता है कि ये आपकी बीमारी है ईश्वर सब जानता है।आपको अपने विचारो पर ध्यान ही नहीं देना है। जब आप अपनी ओसीडी की सुनना चोड़ दोगे तो ये बीमारी अपने आप ही खतम हो जाती है।
हटाएंBhaiya bhagvan meri prarthna toh sunenge na meri iccha puri karenge na plz bataiye
जवाब देंहटाएंभाई परेशान होने की जरूरत नहीं है जो हो रहा है होने दो। ईश्वर सर्वज्ञ है। वो आपसे संडे ज्यादा प्यार करता है। उसे ये पता है कि ये आपकी बीमारी है ईश्वर सब जानता है।आपको अपने विचारो पर ध्यान ही नहीं देना है। जब आप अपनी ओसीडी की सुनना चोड़ दोगे तो ये बीमारी अपने आप ही खतम हो जाती है।
हटाएंऔर रही बात प्रार्थना पूरी होने की तो हर चीज को ईश्वर पर छोड़ दो क्योंकि वह जो करेगा वह अच्छा ही होगा। क्योंकि ईश्वर को हमसे ज्यादा ज्ञान है हमारे बारे में, तो सब कुछ उसके इच्छा अनुसार हो हमें यह प्रार्थना करनी चाहिए।
Sir main itna preshaan hoo ki pucho mt . m jb bhii murtiyo ki pujaa krti hooo yaa phir unhe khaane kaa bhog lgaati hoo tb itne gnde vichar aate hain ki bhog bhiii udhaa kr rkh deti hoo .or murti ke bilkul saamne khdi ho jaao toh toilet ke vichaar m kyaa kroo ? , kisse khooo
जवाब देंहटाएंMan me bahut galat baat baar baar
जवाब देंहटाएंAye ti kya kare
Kuch mat kariye iss post me likhi bataon ko ache se samajhte. Or jo bataya gaya he use kariye ye problem badi hi asani se thik ho jayegi.
हटाएंMein thak chuki Hoon aise Bure khyalo se. Sabhi mere man ma bharam Hain par mere bas mein hi nahi Hain. Mooh se kuch nahi bolti par imaginary bola Jata Hain. Jaroor pagal ho jaungi ek din. Yahi vicharo se bimar hi rehti Hoon. Koi rog na hone ke bavjud. Bhagwan se ek hi baat kehni Hain aap Meri aatma ko dekhyege Jo kabhi kisi ka bura nahi sochti aur mujhe maaf Kar dijyega
जवाब देंहटाएंDekhiye itna pareshan hone ki jarurat nahi hai. Aap in vicharo par dhyan hi mat do kyonki ye aapke vichar nahi hai. Ye ek bimari hai or ye tab hi thik hogi jab aap ispar dhyan nahi dengi. Agar aap bhagwan se baar baar apne imagination ke liye mafi mangti hai to isse iss bimari ko poshad milta hai. Or agar aap in vicharo par pratikriya dengi to ye or bhi adhik badti chali gayehi. To agar aapko iss bimari se bachna hai to aap ispar dhyan hi mat digiye. Iswar sab jante hai wo jante hai ki ye ek bimari hai. To jo man se aa raha hai ane do. Uspar reaction mat digiye.
हटाएंSir mai bahut presan hu bahut galiya nikalti hai jb bhi pooja krti hu God ki 😭😭😭😭😔😔bachpan mai thaa phir theek hua phir ab 2014 she 2021 mai bhi h
जवाब देंहटाएंPareshan mat hoiye, jo ho raha hai hone di diye, aap in vicharo par dhyan hi mat do . Jab aap ispar dhyan nahi dengi to ye bimari apne aap hi thik ho jayegi.
हटाएंBhgavan hame maf krenge na kuch hoga to nahi na
जवाब देंहटाएंNahi bhai ye kewal ek bimari hai, humse pahle Bhagwan ye jante hai ki ye bimari hai. Iswar sarvavyapi or sarva gyata hai. Ye bimari hai issch bhi bura nahi hota hai.
हटाएंSar mujhe bhi ye hi dikat h bhagavan ke bhare me ku bhi dimak me aata h
जवाब देंहटाएंBhai ye kewal ek bimari hai, humse pahle Bhagwan ye jante hai ki ye bimari hai. Iswar sarvavyapi or sarva gyata hai. Ye bimari hai issch bhi bura nahi ho sakta hai
हटाएं
जवाब देंहटाएंSir mujhe bhi yehi dikat h mai bhagavan se jo kam ke liye mannat nahi kahna chahti obhi sochata h dil mera nahi to bhi kya karu
Vastav me hum bhagwan se kuch mange ya na mange usse koi bhi farak nahi padta. Kyonki Iswar hume wo hi deta he jo humare liye acha hai. Bhale hi hume wo acha lage ya na lage par iswar humse acha jante hai ki humare liye kya acha hai. To aap prathna me kuch mango ya OCD ke chalte kuch mang betho usse koi farak nahi padta.
हटाएंइस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
हटाएंSir jabab dijiye ga plz
जवाब देंहटाएंSir aap apna what's app no dijiye plz
जवाब देंहटाएंhttps://www.instagram.com/moralvishva/?hl=en
हटाएंYe meri instagram I'd hai aap humse iske madhyam se jud sakte hai.
God bless you... Thank you so much for this article
जवाब देंहटाएंMost Welcome
हटाएंSar mujhe bhi ku upaye bta dijiye mai bahot paresan hu n chah kar bhi dimak me aate bichar mujhe baho dar lagrha h
जवाब देंहटाएंBhai darne ki jarurat nahi he ye kewal ek bimari hai. Iski mat suno. Jab aap iski sunna chod doge to ye apne aap thik ho jayegi. Isse kuch bhi bura nahi hota.
हटाएंSir mujhe bhu eisha hi hota hai
जवाब देंहटाएंMera bhii yahii haal hai sir please koi upaye bataye 😭😭
जवाब देंहटाएंBhai darne ki jarurat nahi he ye kewal ek bimari hai. Iski mat suno. Jab aap iski sunna chod doge to ye apne aap thik ho jayegi. Isse kuch bhi bura nahi hota.
हटाएंMEIN JAAN BUJKE KUCH NII SOCHTA PER MAN M BURE KHAYAL ATEE HAI 😭😭
जवाब देंहटाएंVastav me ye bure vichar apke nahi hai ye ek bimari hai. Ispar dhyan mat digiye , jab ap ispar dhyan nahi denge to ye apne aap thik ho gayega
हटाएंसर नमस्कार मुझे भी यही समस्या है मुझे भी मातारानी के प्रति बुरे ख्याल आते हैं मैं क्या करू
जवाब देंहटाएंसभी भाइयों और बहनों को नमस्कार, मैं भी शिवजी का एक छोटा सा भक्त हूँ और समय समय पर छोटी साधना करता हूँ । पहले मैं पूजा पाठ नही करता था तो ये समस्या नही आती थी लेकिन पिछले 2 वर्षों से जैसे जैसे मैंने पूजा साधना चालू कर आगे बढ़ाई है तो लगभग 1 साल से ये दिक्कत आती है । मैंने कुछ सन्त महात्मा आदि से चर्चा करी है और इसका कारण जाना है । वास्तव में जब हम पूजा साधना आदि करती हैं तो हमारे मन मे जमे हुए हुए कुसंस्कार आदि बाहर निकलने लगते हैं जिसके कारण ऐसी स्मृतियों विचारो आदि का आना चालु हो जाता है जैसे किसी बाल्टी में गंदगी जमा हो और उसे स्वच्छ पानी के नल की नीचे चालू कर दें तो गन्दगी ऊपर आने लगती है और एक समय पूरी तरह बाहर निकल जाएगी । इसलिए बिल्कुल घबराने की बात नही है। इसके अलावा आपके इष्ट आपकी परीक्षा भी लेते हैं ।
हटाएंअपने इष्ट से प्रार्थना कीजिये कि वो आपकी इस अवस्था को जल्दी समाप्त कर दें । भक्ति में लगे रहिये । हो सके तो आपके इष्ट का कोई कवच पाठ करते रहे । ये सब भक्ति के मार्ग में आने वाली छोटी समस्या हैं जिन्हें धीरे धीरे पर किया जा सकता है । कोई गुरु मंत्र हो तो जाप करें न हो तो गुरु मंत्र ले लीजिए। सबसे अच्छा गायत्री परिवार से गायत्री मंत्र की दीक्षा बहुत ही सुलभ है । न हो तो अपने इष्ट का स्त्रोत कवच आदि पाठ कर सकते हैं । पुनः कहता हूं घबराने की बिल्कुल बात नही है । हमारे 5 प्रकार के अवगुण हैं जो ईश्वर खत्म करते हैं काम, क्रोध, मद , मोद , लोभ । हो सके तो पुराण गीता रामायण आदि पढ़िए गलत संगत, साहित्य, मूवी आदि से बचिए । इससे मन मे अच्छे विचारे जमने लगेंगे । जय श्री महाकाल
सभी भाइयों और बहनों को नमस्कार, मैं भी शिवजी का एक छोटा सा भक्त हूँ और समय समय पर छोटी साधना करता हूँ । पहले मैं पूजा पाठ नही करता था तो ये समस्या नही आती थी लेकिन पिछले 2 वर्षों से जैसे जैसे मैंने पूजा साधना चालू कर आगे बढ़ाई है तो लगभग 1 साल से ये दिक्कत आती है । मैंने कुछ सन्त महात्मा आदि से चर्चा करी है और इसका कारण जाना है । वास्तव में जब हम पूजा साधना आदि करती हैं तो हमारे मन मे जमे हुए हुए कुसंस्कार आदि बाहर निकलने लगते हैं जिसके कारण ऐसी स्मृतियों विचारो आदि का आना चालु हो जाता है जैसे किसी बाल्टी में गंदगी जमा हो और उसे स्वच्छ पानी के नल की नीचे चालू कर दें तो गन्दगी ऊपर आने लगती है और एक समय पूरी तरह बाहर निकल जाएगी । इसलिए बिल्कुल घबराने की बात नही है। इसके अलावा आपके इष्ट आपकी परीक्षा भी लेते हैं ।
जवाब देंहटाएंअपने इष्ट से प्रार्थना कीजिये कि वो आपकी इस अवस्था को जल्दी समाप्त कर दें । भक्ति में लगे रहिये । हो सके तो आपके इष्ट का कोई कवच पाठ करते रहे । ये सब भक्ति के मार्ग में आने वाली छोटी समस्या हैं जिन्हें धीरे धीरे पर किया जा सकता है । कोई गुरु मंत्र हो तो जाप करें न हो तो गुरु मंत्र ले लीजिए। सबसे अच्छा गायत्री परिवार से गायत्री मंत्र की दीक्षा बहुत ही सुलभ है । न हो तो अपने इष्ट का स्त्रोत कवच आदि पाठ कर सकते हैं । पुनः कहता हूं घबराने की बिल्कुल बात नही है । हमारे 5 प्रकार के अवगुण हैं जो ईश्वर खत्म करते हैं काम, क्रोध, मद , मोद , लोभ । हो सके तो पुराण गीता रामायण आदि पढ़िए गलत संगत, साहित्य, मूवी आदि से बचिए । इससे मन मे अच्छे विचारे जमने लगेंगे । जय श्री महाकाल
Bhai kya bhagwan itne bure vichar ane k liye bhi maaf kr denge me bahut paresan hu jitni kosis krti hu ki bure vichar na aaye utne hi jada ate h
जवाब देंहटाएंबहनजी जैसा कि मैने बताया कि ये सब विचार हमारे पूर्व जन्म और इस जन्म के कु संस्कारों के कारण आते हैं । जिसको भगवान हमारे मन को निर्मल करने हेतु बाहर निकालने का प्रयास करते हैं जब मन शुद्ध हो जाएगा तो भगवान उसमे विराजमान हो जाएंगे । कुविचार पर ध्यान कम दीजिये और क्रिया में न आने दीजिये । ईश्वर की प्राप्ति के पहले परीक्षा होती है । इसलिए ईश्वर पर भरोसा रखें । शास्त्र पुराण रामायण आदि पढ़िए । सब ठीक हो जाएगा ये भी भक्ति मार्ग में एक बढ़ा मात्र है जिसे प्रभु पर करवा देते हैं । कुविचार को सुविचार से काट देना चाहिए । शेष सब शुभ होगा । जय श्री महाकाल
हटाएंSir kya aise bichar ane pr bhagwan maaf kr denge
जवाब देंहटाएंMujhe b darr lagta h ....bali se jo devi maa ko di jati h ...mujhe lagta h mujhe b apni bali deni hogi devi maa ki puja karne par....
जवाब देंहटाएंMuje bhi yese vichar aate hain bali ke bar bar mandir ke samne
जवाब देंहटाएंMuje 1 help chahiye muje mannat ki ocd he ...aur muje apne pati ki bali chadhane ki mannat bar bar aati he me bahut control karti hu par ye muh se nikal jata he pls bataye me kya karu help me..mere pati ko kuch ho jayega kya. ..bahut dar lag raha he
हटाएंMere to sapne me.aakar us pir ne mere bete ko manga kya karu
हटाएंBhai kya yeh bimari baccho ko bhi ho sakati ha around 14, to 15 years meri promblem bhi yehi ha dimag ma ganda vichar sexual vichar bhagwan ka bara ma aur kisi aur vyakti ko dekho toh uska bara ma bhi unwanted vichar dimag m aata hi rehta ha kya yeh religious OCD ka karad ha ma bahut prashan ho kisi kam ma dyan nahi lagta galat galat aata ha ma toh balikul aisa nahi tha
जवाब देंहटाएंBhai jawab
जवाब देंहटाएंSer eska ilaj batao
जवाब देंहटाएंJohar
जवाब देंहटाएंMain bhagwan ko bhot manti hun.lekin kuch dino se meri man main Ishwar ki prati galat soch ayi hain,man rokhti hi nahi gande se gande bisar aa rahi hai..main kisi ki bare main galat bhi nahi sochti hun..mujhe dar sa mahsus ho rahi hai..jis ishwar ko main itna manti hun,meri man uski bare main itni ghatiya soch. Lekin meri muh se nahi bolti hun,man se awaz aati hain...kiya ye ishwar prapti ki karon ho rahi hain?? Ishwar prapti kiya hain kindly tell me plz???
जवाब देंहटाएंSir ham vi is bimari se bahut pareshan hai kia kru kuch samajh me nhi aata hai l man se ye sabhi baate hathi he nhi hai
जवाब देंहटाएंसर मेरे मन मे भी ऐसे गंदे विचार आते है । में नही चाहते हुए भी इन विचारों को खत्म नही कर पाता हूं । पिलीज आप मेरे इन विचारों को खत्म कर मेरी हेल्प करे । मेरे इन विचारों से में कभी सक्सेस नही हो पाता हूं । पिलीज कोई समाधान बताया । पिलीज ।
जवाब देंहटाएंAp daro mat
हटाएंYour explanation is Genetically Modified Mosquitoes release plan in Florida i explained this very well and also check Best Tips to do chest workouts with dumbbells, 9 facts You must know Please check my posts also if you really want to know. but your post is also the best.
जवाब देंहटाएंSir me bhi isi bimari se jujh raha hu jab bhi man ko khali rakhta hu ya puja path karta hu to mere man me mere ist ke prati gali or gandi bat nikal jati hai me kya karu bataye sir please 🙏🥺🥺 me baba bhairav ki bhakti nahi chhod sakta 🙏🥺🥺
जवाब देंहटाएं